गोरखपुर उत्तर प्रदेश में स्थित एक सुंदर शहर है यह शहर राप्ती नदी के किनारे बसा है ! यह शहर एक ऐतिहासिक धरोहर है गोरखपुर जिला अपने विश्व प्रसिद्ध रेलवे स्टेशन गीता प्रेस और ऐतिहासिक गोरखनाथ मंदिर के कारण पूरे विश्व में प्रसिद्ध है बाबा गोरखनाथ के नाम पर ही इस जिले का नाम गोरखपुर पड़ा है आइये जानते है गोरखपुर के कुछ खास जगहों के बारे में !
गोरखनाथ मंदिर | Gorakhnath Mandir
Gorakhpur Mein Ghumne Ki Jagah वर्ल्ड फेमस गोरखनाथ टेंपल में हर साल लाखों लोग दर्शन करने के लिए यहां आते हैं मकर संक्रांति के समय यहां पर लगने वाला खिचड़ी मेला बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है इस मेले के दौरान लाखों टूरिस्ट यहां खिचड़ी चढ़ाने आते हैं यहां की पहली खिचड़ी योगी आदित्यनाथ जी चढ़ाते हैं यह मंदिर देखने में बहुत ही ज्यादा खूबसूरत है रात में इसकी खूबसूरती और भी ज्यादा बढ़ जाती है
नौका विहार Nauka Vihar
Gorakhpur Mein Ghumne Ki Jagah शहर के दक्षिण में बस 1700 एकड़ क्षेत्र में फैला रामगढ़ ताल जिसे नौका विहार के नाम से भी जान जाता है ! यह जगह देखने में बहुत ख़ूबसूरत है और यह शहर गोरखपुर को प्राकृतिक की एक अनुपम भेट है हजार की संख्या में लोग यहां की खूबसूरती देखने आते हैं शाम होते ही यहाँ 3D वाटर शो भी चलता है यहां की एक मान्यता है कि कई 100 साल पहले यहां एक विशाल नगर हुआ करता था जो किसी ऋषि के श्राप में ध्वस्त हो गया और वहां रामगढ़ ताल बन गया
गीता प्रेस | Gita Press
Gorakhpur Mein Ghumne Ki Jagah गीता प्रेस की स्थापना सन 1923 में हुई थी और यह अपनी किताब के लिए दुनिया भर में प्रचलित है गीता प्रेस को लगभग 100 साल पूरे हो चुके हैं यहां से भागवत गीता की 8 करोड़ से और रामचरित्र मानस की 7 करोड़ से ज्यादा कॉफी बिक चुकी है भारत के घर-घर में भागवत गीता और रामचरितमानस पहुंचने का स्रोत गीता प्रेस को ही जाता है गीता प्रेस में कुल 15 भाषाओं में पुस्तक का प्रकाशन किया जाता है
विष्णु मंदिर | Vishnu Mandir
Gorakhpur Mein Ghumne Ki Jagah कहते हैं कि इस मंदिर का इतिहास तकरीबन 600 साल पुराना है हालांकि इस समय समय पर नए तरीके से बनाया जाता रहा मंदिर में भगवान विष्णु की अत्यंत दुर्लभ काले पत्थर की मूर्ति स्थापित है इस मंदिर में हर साल भागवत गीता का आयोजन किया जाता है
गीता वाटिका | Geeta Vatika
Gorakhpur Mein Ghumne Ki Jagah इस मंदिर के चारों तरफ भगवान की मूर्तियां स्थापित है और सामने श्री राधा कृष्ण जी ख़ूबसूरत मूर्ति है इस मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी बहुत अच्छे से मनाई जाती है उस समय इस मंदिर में बहुत ही ज्यादा भीड़ रहती है गोरखपुर शहर की गीता वाटिका राधा कृष्ण का अलौकिक केंद्र बन चुका है ! इस मंदिर की स्थापना संत श्री हनुमान प्रसाद जी ने की थी ! यहां एक मंडल भी है जहा हमेशा कीर्तन होता रहता है जो की 24 घंटे चलता है ! यहाँ कई सालो से यह कीर्तन चलता आ रहा है
Gorakhpur Zoo | गोरखपुर ज़ू
जिसे शहीद अशफ़ाक उल्ला खां प्राणी उद्यान से भी जाना जाता है चिड़िया घर की बनावट को बहुत ही खूबसूरत तरीके से बनाया गया है गोरखपुर जू का उद्घाटन 27 मार्च 2021 को हुआ था ! यह उत्तर प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा चिड़ियाघर है यह चिड़ियाघर 121 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है इस चिड़ियाघर में डेढ़ सौ से अधिक जानवर है जिसमें शेर बाघ भालू बंदर आदि शामिल है
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