Vrindavan Aur Mathura Main Ghumne Ki jagah ऐसी नगरी जिसे भगवान श्री कृष्ण की पावन नगरी भी कहते हैं मथुरा और वृन्दावन एक ऐसा तीर्थ स्थल है जो केवल भारतीयों के बीच ही नहीं बल्कि विदेशी पर्यटन के लिए भी काफी प्रसिद्ध है ऐसा मन जाता है कि आज भी भगवान श्री कृष्ण इस नगरी में हर रात ररासलीला करते हैं और ऐसी वज़ह से यह जगह श्रद्धालुओं के बीच बहुत ही ज्यादा पूजनीय है वृंदावन मथुरा में 5000 से भी ज्यादा अधिक मंदिर है जो यहां के प्रमुख मंदिर हैं हम वहां के बारे मैं आपको बताते हैं\
द्वारकाधीश मंदिर
Vrindavan Aur Mathura Main Ghumne Ki jagah इस मंदिर में भवान कृष्ण की सभी कलाकृतियाँ मौजूद हैं। भगवान् कृष्ण के विशाल जीवन को देखना है तो इस मंदिर में जरूर जाइए। यह मंदिर मथुरा जंक्शन से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है तथा विश्राम घाट के नजदीक है| कृष्ण जन्माष्टमी और होली के समय यहां पर श्रद्धालुओं की भीड़ बहुत ज्यादा होती
कृष्ण जन्मभूमि
Vrindavan Aur Mathura Main Ghumne Ki jagah हिंदुओं के पूजन के लिए पावन धरती मानी जाती है यहाँ भगवान श्री कृष्ण मथुरा के एक जेल की कोठरी में पैदा हुए थे जेल की कोठरी वाले स्थान पर ही एक मंदिर है जिसे कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के नाम से जाना जाता है यहां पर हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए
निधिवन
Vrindavan Aur Mathura Main Ghumne Ki jagah यह एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां पर भगवान होने के साक्षात प्रमाण मिलते हैं बताया जाता है कि यहां भगवान श्री कृष्णा प्रतिदिन रात में आते हैं और सुबह होते ही चले जाते हैं बताया जाता है कि यहां भगवान श्री कृष्णा रात में रासलीला करते हैं और यहां पर रात में प्रवेश करना वर्जित है निधिवन वह स्थान है जहां लाखों टूरिस्ट प्रतिदिन दर्शन करने के लिए आते हैं
बांके बिहारी मंदिर
Vrindavan Aur Mathura Main Ghumne Ki jagah बांके बिहारी मंदिर भारत के प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है बांके बिहारी मंदिर भगवान श्री कृष्ण को समर्पित हैयहां पर काले रंग की रखी हुई श्री कृष्ण जी की मूर्ति देखने में बहुत ही सुन्दर है ! कहते है की इस मंदिर में दर्शन करने आप जब भी जाइए तो आंखें बंद करके भगवान के दर्शन यहां मत कीजिए
राधावल्लभ मंदिर
Vrindavan Aur Mathura Main Ghumne Ki jagah यह मंदिर वृंदावन का प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर है इस मंदिर को श्री हरिवंश महाप्रभु ने स्थापित किया था यहां पर भगवान श्री कृष्ण की दिव्या और अलौकिक प्रतिमाएं स्थापित है कहते हैं मुगल शासक औरंगजेब के शासन काल में इस मंदिर को भारी नुकसान पहुंचाया गया था तब श्री राधाबल्लभ जी को राजस्थान के भरतपुर जिले में वहां के मंदिर में स्थापित कर दिया गया था फिर 123 साल बाद उन्हें इस नए मंदिर में स्थापित किया गया
प्रेम मंदिर
जब दुनिया के सबसे सुंदर और विशाल मंदिर की बात की जाती है तो उसमें प्रेम मंदिर का नाम जरूर आता है इस मंदिर का निर्माण जगतगुरु कृपालु जी महाराज के द्वारा भगवान श्री कृष्णा और राधा रानी के रूप में कराया गया था प्रेम मंदिर को बनने में 11 वर्ष का समय लग गया था यह मंदिर अपने मनमोहन सुंदरता से सबको मोहित कर देती है रात के समय प्रेम मंदिर बहुत ही ज्यादा खूबसूरत दिखता है
इस्कॉन मंदिर
Vrindavan Aur Mathura Main Ghumne Ki jagah यह मंदिर वृंदावन की खूबसूरत मंदिरों में शामिल है इस मंदिर को इस्कॉन सोसिटी के द्वारा बनाया गया है श्री प्रभु पाठ जी द्वारा इस सोसिटी की स्थापना की गई थी जो पूरे संसार को भगवान श्री कृष्ण की भक्ति और भागवतगीता से जोड़ता है या मंदिर बहुत ही ज्यादा खूबसूरत शैली से बना हुआ है यहां पर हर व्यक्ति हरे राम हरे कृष्णा गाते हुए नजर आएंगे
विश्राम घाट
विश्राम घाट द्वारिकाधीश मंदिर से लगभग 30 मीटर की दूरी पर नई बाजार में स्थित है| यह मथुरा के सभी घाटों में से एक प्रमुख घाट हैं| विश्राम घाट के उत्तर में 12 घाट और दक्षिण में भी 12 घाट हैं ,विश्राम घाट को लेकर यहां पर कुल 25 घाट है |इस घाट पर कई सारे संतों ने तपस्या की है ,और विश्राम भी किया है| इस घाट पर यमुना महारानी जी का अति सुंदर मंदिर बना है
वैष्णो देवी धाम
Vrindavan Aur Mathura Main Ghumne Ki jagah वृंदावन में माता वैष्णो देवी का भव्य और दिव्या मंदिर स्थापित है यहां पर माता रानी की 141 फीट ऊंची विशाल प्रतिमा विराजमान है जिसके साथ में संकट मोचन हनुमान जी भी विराजमान है या बहुत ही विशाल अलौकिक दरबार बना हुआ है यहां पर बहुत ही प्यारा गुफाओं का स्वरूप भी दिया गया है जिसके अंदर माता रानी की खूबसूरत मूर्ति स्थापित है
गीता मंदिर
Vrindavan Aur Mathura Main Ghumne Ki jagah गीता मंदिर जो की बिरला मंदिर के नाम से भी मशहूर है या मंदिर मथुरा के बिहार एरिया में वृंदावन मथुरा रोड पर स्थित है बिरला मंदिर अपने भव्य डिजाइन और वास्तुकला के लिए काफी प्रसिद्ध है इस मंदिर की स्थापना जुगल किशोर बिरला जी ने 1946 में करवाई थी इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की चक्रधारी मूर्ति स्थापित है
राधा रमण मंदिर
यह मंदिर ठाकुर जी के साथ प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है इस मंदिर का निर्माण 1952 में गोपाल भट्ट गोस्वामी के द्वारा करवाया गया था ऐसा माना जाता है कि गोस्वामी जी की भक्ति से प्रसन्न होकर स्वयं श्री कृष्ण जी छोटे रूप में प्रकट हुए थे जिन्हें शालिग्राम का नाम भी दिया जाता है यहां पर आपको शालिग्राम के स्वरूप के दर्शन होंगे