राम मंदिर अयोध्या की विशेषता है, भक्तों को देता है आत्मीयता और आशीर्वाद का आभास है। अयोध्या में बने राम मंदिर का निर्माण, स्वप्न से हकीकत का साकार हुआ,
सरयू नदी, अयोध्या की शोभा, पवित्रता का प्रतीक, गाती है यह नदी सदा हरि के गुण गान, स्नान करते हैं लोग इसके पावन जल में, सरयू नदी की जय हो, जीवन का संगम सुखद अनुभव का विशेष।
हनुमान गढ़ी अयोध्या, हनुमान भक्ति का पवित्र स्थल, भक्तों के हृदय में बसे हैं भगवान के विशाल अवतार। शक्ति और साहस का प्रतीक, यहाँ होता है भक्तों का संगम, हनुमान गढ़ी की जय हो, जय जयकार के संग ध्वनि उठती है यहाँ क्रम।
कनक भवन अयोध्या, माता सीता का निवास स्थल, स्वर्णिम भवन की शोभा, विश्वास और आस्था का अभिनव पर्वत। हर दिन यहाँ होता है रामलला का आवास, कनक भवन की जय जयकार, हर भक्त का अनुरागी बनाव।
नागेश्वर नाथ मंदिर, अयोध्या का धार्मिक केंद्र, भक्तों के हृदय में बसा है भगवान का प्यारा अवतार। शिव भक्ति से भरी है इस मंदिर की धारा, नागेश्वर नाथ की जय हो, हर हर महादेव का ध्यान धारा।
अयोध्या में सीता की रसोई, प्रेम और समृद्धि का खजाना, स्वादिष्ट व्यंजनों से सजी, खुशबू से महकी हर व्यवस्था। प्रेम और सेवा की भावना से रूपांतरित होता हर भोजन, सीता की रसोई, सत्य और सौम्यता का पवित्र स्थान।
अयोध्या में दशरथ महल, महाराज की महिमा का प्रतीक, प्राचीन कला और सांस्कृतिक धरोहर का अद्भुत भण्डार। परंपरागत आधिकारिकता से शोभित है इस महल की विशाल दीवार, अत्यंत आकर्षक है यह स्थल, जो युगों तक बख़ूबी बना रहा है प्रिय दरबार।