Shri Dhari Devi Mysterious– उत्तराखंड भारत का एक ऐसा प्रदेश जहां आपको भारत के सबसे बड़े-बड़े धार्मिक स्थल के दर्शन करने को मिलेंगे ! यह वो जगह है जहां पर आप दर्शन कर सकते हैं उत्तराखंड के चार धाम के जहां पर है भारत की सबसे पावन धरती हरिद्वार और ऋषिकेश उसी उत्तराखंड के श्रीनगर और रुद्र प्रयाग के पास एक ऐसा मंदिर पड़ता है जो कि अपने आप में ही बहुत यूनिक है और इस मंदिर का नाम है धारी देवी टेंपल ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर में आकर आप जो मनोकामना मांगते हैं वो पूरी हो जाती है ! धारी देवी जो कि माना जाता है कि वो उत्तराखंड के चार धामों की यात्रा की रक्षा करती हैं !
Shri Dhari Devi | श्री धारी देवी
Shri Dhari Devi mysterious– माता धारी देवी का मंदिर एक बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है जिसके दर्शन करने बहुत दूर-दूर से लोग यहां तक आते हैं एक दंतकथा के अनुसार ऐसा माना जाता है कि धारी देवी जी का ऊपरी हिस्सा है वह माता कालिका जो कि रक्षा करती हैं उत्तराखंड की और उत्तराखंड के चारों धाम की और इनका निचला हिस्सा कालीमठ नाम से माना जाता है जो कि माता काली का ही रूप है ! ऐसा कहा जाता है कि देवी धारी देवी के दो भाग हैं। उनके शरीर का ऊपरी हिस्सा धारी देवी मंदिर में प्रकट हुआ था जबकि निचला हिस्सा कालीमठ मंदिर में प्रकट हुआ था, जहाँ उन्हें माँ काली के रूप में पूजा जाता है। यहां के स्थानीय लोगों के बीच की यह धारणा है कि उन्होंने धारी देवी जी की इस मूर्ति को एक लड़की से एक महिला और अंत में एक बूढ़ी महिला बनने के विभिन्न चरण को देखा है पौराणिक कथाएं इस कथन का समर्थन करती हैं कि यह मूर्ति किसी भी छत के नीचे नहीं रखी जानी चाहिए इसीलिए धारी देवी जी का यह मंदिर एक खुले क्षेत्र में बना हुआ है ! और यहां के लोगों का ऐसा भी मानना है कि इस जगह पर किया जाने वाला श्रीनगर हाइडल प्रोजेक्ट के कारण इस मंदिर को एक बार यहां से हटा दिया गया था इस मंदिर के हटते ही कुछ ही घंटों बाद इस क्षेत्र में ऐसा विनाशकारी बादल फटा कि जिससे यहां पे बहुत तबाही मची थी भक्तों का मानना था कि यह सब इसलिए हुआ है क्योंकि धारी देवी के इस मंदिर की मूर्ति को उसके मूल दिव्य स्थल से हटा दिया गया ! जिसके बाद यहां पे धारी देवी जी का एक नया मंदिर बना और तभी से यह प्रोजेक्ट भी सक्सेसफुल हुआ धारी देवी जी का यह मंदिर अलकनंदा नदी से तकरीबन 20 फुट की ऊंचाई पर बना हुआ है और यहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं दर्शन करने के लिए ! हर साल नवरात्र के अवसर पर श्री धारी देवी जी की विशेष पूजा की जाती है।